साइको किलर के बारे में पत्नी और बेटे ने बताई दिल दहला देने वाली सच्चाई, पहली बार आए सामने
डेढ़ घंटे में छह लोगों को लोहे की रॉड से मौत के घाट उतारने वाले खूंखार हत्यारे की पत्नी और बेटा पहली बार मीडिया सामने आए हैं और अपना बयान दर्ज करवाया है । उसके बारे में मां-बेटे ने जो कहानी हम सबको बताई है वो किसी का भी दिल दहला सकती है।
सीमा व उनके पिता धर्मपाल मलिक यह भी बताते हैं कि नरेश इसी 31 दिसंबर को दोपहर 12 बजे उनके घर आया था। उस समय वह फल, फ्रूटी, दूध, आइसक्रीम व पेप्सी लेकर आया तथा उन सब चीजों को अपने बेटे को खिलाने के लिए बोलने लगा। इतना ही नहीं वह सीमा को अपने साथ चलने के लिए भी कह रहा था, लेकिन सीमा ने उसके चेहरे के भाव को समझते हुए उसके साथ जाने सके लिए मना कर दिया था। उसके बाद भी जब वह वहीं अड़ा पर उनको ले जाने की जिद पर अड़ा रहा तो बेटे गतिक के यह कहने पर कि वे गर्मियों में साथ चलेंगे नरेश वापिस लौट गया।

बात-बात में गुस्सा हो जाता था नरेश
नरेश की पत्नी सीमा का कहना है कि नरेश के साथ उसकी शादी तीन फरवरी 2007 को हुई थी। लेकिन शादी के बाद वर्ष 2008 तक नरेश उसके साथ ठीक था, लेकिन 2008 में चुनाव में ड्यूटी लगने के बाद उसका बर्ताव अचानक बदलने लगा था। वह बात-बात पर हिंसक होने लगा था। 2009 में जब नरेश की ड्यूटी नूंह में थी तो उसने पहली बार उसके साथ न सिर्फ मारपीट की, बल्कि उसने गला दबाकर अपनी पत्नी को मारने का प्रयास भी किया था । उसके बाद वह किसी तरह उसके चगुंल से बचकर अपने घर पिता के पास आ गई। उसके बाद नरेश का बर्ताव लगातार बदलता रहा तथा हिंसक होता रहा। सीमा के अनुसार नूंह में पहली बार मारपीट की घटना के बाद नरेश लगातार उसके साथ मारपीट करता रहा तथा कई बार उसको गला दबाकर जान से मारने का प्रयास भी करता रहा ।

बेटे को भी मारा था
सीमा का कहना है कि उसके साथ मारपीट करना तो होती ही थी , लेकिन नरेश ने अपने बेटे गतिक के साथ भी उस समय मारपीट की, जब वह केवल सवा साल का था। सीमा बताती है कि उस समय नरेश अचानक से हिंसक हो गया था तथा उसने पहले बेटे गतिक को गेट के बाहर खड़ा कर दिया तथा उसके बाद उसे लातों से मारना शुरू कर दिया था। उसके बाद वह अपने बेटे को लेकर अपने मम्मी पापा के घर आ गई।
सीमा का कहना है कि उसके साथ मारपीट करना तो होती ही थी , लेकिन नरेश ने अपने बेटे गतिक के साथ भी उस समय मारपीट की, जब वह केवल सवा साल का था। सीमा बताती है कि उस समय नरेश अचानक से हिंसक हो गया था तथा उसने पहले बेटे गतिक को गेट के बाहर खड़ा कर दिया तथा उसके बाद उसे लातों से मारना शुरू कर दिया था। उसके बाद वह अपने बेटे को लेकर अपने मम्मी पापा के घर आ गई।
दिवाली से दो दिन पहले भी था सीमा को
इसी दीपावली पर जब सीमा ओमेक्स वाले फ्लैट में थी तो नरेश एकदम से हिंसक हो गया और उसउसने सीमा के साथ मारपीट करने के बाद उसका गला दबाने का प्रयास भी किया था । किसी तरह से सीमा वहां से अपने बेटे को साथ लेकर जान बचाकर भागी थी। उसके दो दिन बाद नरेश सीमा के मायके गया तथा उसे ले जाने की बात कहने लगा। जिस पर सीमा व उसके बेटे गतिक ने नरेश के साथ जाने से मना कर दिया और नरेश अकेला ही वापिस लौट गया।
इसी दीपावली पर जब सीमा ओमेक्स वाले फ्लैट में थी तो नरेश एकदम से हिंसक हो गया और उसउसने सीमा के साथ मारपीट करने के बाद उसका गला दबाने का प्रयास भी किया था । किसी तरह से सीमा वहां से अपने बेटे को साथ लेकर जान बचाकर भागी थी। उसके दो दिन बाद नरेश सीमा के मायके गया तथा उसे ले जाने की बात कहने लगा। जिस पर सीमा व उसके बेटे गतिक ने नरेश के साथ जाने से मना कर दिया और नरेश अकेला ही वापिस लौट गया।

31 दिसंबर को दोपहर 12 बजे ससुराल गया था नरेश फल लेकर
सीमा व उनके पिता धर्मपाल मलिक यह भी बताते हैं कि नरेश इसी 31 दिसंबर को दोपहर 12 बजे उनके घर आया था। उस समय वह फल, फ्रूटी, दूध, आइसक्रीम व पेप्सी लेकर आया तथा उन सब चीजों को अपने बेटे को खिलाने के लिए बोलने लगा। इतना ही नहीं वह सीमा को अपने साथ चलने के लिए भी कह रहा था, लेकिन सीमा ने उसके चेहरे के भाव को समझते हुए उसके साथ जाने सके लिए मना कर दिया था। उसके बाद भी जब वह वहीं अड़ा पर उनको ले जाने की जिद पर अड़ा रहा तो बेटे गतिक के यह कहने पर कि वे गर्मियों में साथ चलेंगे नरेश वापिस लौट गया।
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